AI की निगरानी में आपकी WhatsApp बातचीत, क्या खत्म हो गई है डिजिटल प्राइवेसी?

आज का स्मार्टफोन पहले से कहीं ज्यादा तेज़, समझदार और सहायक हो चुका है, और इसका कारण है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)। लेकिन जिस तरह से तकनीक स्मार्ट हो रही है, उसी रफ्तार से प्राइवेसी को लेकर खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में Google ने अपने AI टूल Gemini में कुछ ऐसे अपडेट किए हैं जो आपकी निजी जानकारी, खासकर फोन, मैसेज और WhatsApp चैट्स तक पहुंच बना सकते हैं।

Google Gemini की अब WhatsApp तक पहुंच संभव

पिछले सप्ताह कई एंड्रॉयड यूजर्स को Google की ओर से एक ईमेल मिला जिसमें बताया गया कि 7 जुलाई से Gemini कुछ ऐप्स के साथ इंटरैक्शन का तरीका बदल गया है। इस अपडेट के तहत अब Gemini आपके फोन की कई चीज़ों जैसे मैसेज, कॉल्स और WhatsApp को समझ सकेगा और यहां तक कि आपकी ओर से रिप्लाई भी कर पाएगा, चाहे आपने Gemini की ऐप एक्टिविटी को बंद किया हो या नहीं।

आपका डेटा अस्थायी रूप से रहेगा स्टोर

Google ने इस ईमेल में यह भी स्पष्ट किया कि Gemini ऐप्स के जरिए जो भी चैट या बातचीत होती है, वह आपके Google अकाउंट में 72 घंटों तक सेव रहेगी। यानी आपकी मर्ज़ी के बावजूद आपकी WhatsApp चैट्स जैसी संवेदनशील जानकारियां कुछ समय के लिए कंपनी के पास सेव हो सकती हैं। हालांकि Google का दावा है कि ऐसा केवल आपकी सुविधा बढ़ाने के लिए किया जा रहा है, लेकिन इससे प्राइवेसी को लेकर चिंता जरूर बढ़ी है।

Gemini को कैसे करें कंट्रोल? 

अगर आप नहीं चाहते कि Gemini आपके किसी ऐप के डेटा तक पहुंच बनाए, तो आप इसके लिए कुछ सेटिंग्स बदल सकते हैं:

  • अपने Android फोन में Gemini ऐप खोलें।
  • ऊपर दाईं ओर प्रोफाइल पिक्चर पर टैप करें।
  • “Gemini Apps Activity” पर क्लिक करें।
  • अब एक नया पेज खुलेगा जहां आप इस फीचर को डिएक्टिवेट कर सकते हैं।
  • यह स्टेप आपकी एक्टिविटी को बंद जरूर करता है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज़ से डेटा 72 घंटे तक फिर भी स्टोर रहेगा।

ऐप्स तक पहुंच रोकना चाहते हैं? ये करें

अगर आप किसी खास ऐप (जैसे WhatsApp, Messages आदि) को Gemini से कनेक्ट नहीं करना चाहते, तो:

  • Gemini ऐप में जाएं और फिर से प्रोफाइल फोटो पर टैप करें।
  • “Apps” सेक्शन पर क्लिक करें।
  • यहां आप चुन सकते हैं कि Gemini किन-किन ऐप्स से डेटा एक्सेस कर सकता है।
  • चाहें तो आप Gemini ऐप को पूरी तरह अनइंस्टॉल या डिसेबल भी कर सकते हैं ताकि यह आपके डिवाइस की किसी भी एक्टिविटी में हस्तक्षेप न कर सके।