पहलगाम में जिपलाइन ऑपरेटर ने किया “अल्लाह-हू-अकबर” फिर घाटी में गूंजी गोलियों की तड़तड़ाहट

कश्मीर की वादियों में सैर-सपाटा कर रहे पर्यटकों के लिए वादियों का रोमांच अचानक एक खौफनाक मंज़र में बदल गया। पहलगाम की बैसरन घाटी में उस दिन जो हुआ, वह न सिर्फ दर्दनाक था, बल्कि झकझोर देने वाला था। इस आतंकी हमले का पूरा दृश्य कैमरे में कैद हो गया। जो अब सामने आया है। वह जिसके कैमरे में कैद हुआ उनका नाम है ऋषि भट्ट जो गुजरात में अहमदाबाद के निवासी है, उस समय जिपलाइनिंग का रोमांच ले रहे थे। इसके साथ ही वह अपने इंजाय के पल को सेल्फी वीडियो के जरिए अपने मोबाइल में कैद  कर रहे थे।  लेकिन,

उस दौरान जो हुआ उसका दर्द आज हर एक भारतवासी को झकझोर रहा है। लेकिन इस वीडियों के जरिए एक ऐसी सच्चाई सामने आई है। जो स्थानिय कश्मीर लोगों की आतंक में सहयोग करने की वास्तविकता बया करता है।
ऋषि भट्ट का बनाया गया वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में वह खुद जिपलाइन पर ऊपर की ओर जाते हुए नजर आ रहे हैं और नीचे खुले मैदान में अफरातफरी का मंजर देखा जा सकता है—लोग इधर-उधर भाग रहे हैं, कुछ अचानक गिरते हुए नजर आते हैं। और तभी, गोलियों की आवाजें गूंज उठती हैं।

जिपलाइन ऑपरेटर पर है शक”
भट्ट ने दावा किया कि जिपलाइन ऑपरेटर, जो एक स्थानीय कश्मीरी युवक था, ने जब उन्हें ऊपर भेजा, तो तीन बार “अल्लाह-हू-अकबर” चिल्लाया—और तुरंत बाद शुरू हो गई गोलियों की तड़तड़ाहट। ऋषि ने कहा, “मेरे आगे नौ लोग जिपलाइन कर चुके थे, लेकिन ऑपरेटर एकदम चुप था। सिर्फ मेरे वक्त उसने कुछ कहा… और फिर शुरू हो गया हमला। मुझे उसी पर शक है।”

20 सेकंड में बदली ज़िंदगी
भट्ट ने बताया कि जैसे ही उन्हें एहसास हुआ कि ये आतंकी हमला है, उन्होंने तुरंत खुद को ज़िपलाइन से अलग किया और नीचे कूद गए। पत्नी और बेटे को साथ लिया और भागे। रास्ते में कई घायल और मृत पड़े थे। “हम एक गड्ढे में जाकर छिपे, जहां से हमें कोई देख न सके।”

 पूछा गया धर्म, फिर मार दी गोली
भट्ट ने दावा किया कि हमलावर सुनियोजित ढंग से निशाना बना रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने सामने दो परिवारों के सदस्यों से उनका धर्म पूछते सुना और फिर उन्हें गोली मार दी गई। जिससे उनकी पत्नी और बेटा सिहर उठे।

8 से 10 मिनट की पहली गोलीबारी, फिर दूसरा दौर
हमले की विभीषिका बताते हुए भट्ट ने कहा कि गोलीबारी करीब 10 मिनट तक चली, फिर कुछ देर रुकी और उसके बाद फिर से शुरू हो गई। उन्होंने बताया, “हमारे सामने करीब 15-16 पर्यटकों को गोली मारी गई। जब हम मुख्य गेट तक पहुंचे, तो देखा स्थानीय लोग पहले ही वहां से जा चुके थे।”

भारतीय सेना बनी ढाल
भट्ट के अनुसार, घटना के 20-25 मिनट के भीतर भारतीय सेना मौके पर पहुंच गई और घायलों और पर्यटकों को सुरक्षा घेरे में ले लिया। “सेना ने जिस तत्परता से कार्रवाई की, हम उनके आभारी हैं,” ऋषि भावुक होकर बोले।
कश्मीर की यह घटना अब पूरे देश में कई तरह के प्रश्नों को खड़ा कर रही है।