सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के बीच मुनि पुंगव की रथ में आई पिच्छिका
शिवनारायण कुरोलिया/अशोकनगर- पिच्छिका परिवर्तन ललितपुर जिले की सीमा लगे ललितपुर में विराजमान मुनि पुगंव श्रीसुधासागर जी महाराज ससंघ मुनिश्री पूज्य सागरजी महाराज ऐलक श्री धैर्य सागरजी क्षुल्लकश्री गंभीरसागर जी महाराज ससंघ के सानिध्य में भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह संयम दिवस के रूप में अशोकनगर की युवा समाजसेवी संस्था श्री दिगम्बर जैन युवा वर्ग द्वारा संस्कृतिक कार्यक्रम के साथ कराया गया। इस दौरान मुनि पुंगव की पिच्छिका विशाल जूलूस के साथ रथ पर लाई गई। समारोह में संचालन करते हुए जैन युवा वर्ग के संरक्षण विजय धुर्रा ने कहा कि हम सब का सौभाग्य है कि हमें संयम के इस उपकरण को संस्कृतिक रूपक में विभिन्न झांकियों के साथ प्रस्तुत कर समाजिक सन्देश देने का मौका इतने विशाल समूह के माध्यम मिल रहा है। संगीत से सजे इस समारोह में शैलेन्द्र श्रृंगार ने कहा कि गुरु कि कृपा से हम ये युवा वर्ग के साथियों को अपनी बात इतने बड़े मंच पर रख रहें है। समारोह में मंगल गान बहनों के साथ श्रद्धा जैन ने किया आचार्य श्री के चित्र का अनावरण व दीप प्रज्वलन कमेटी के अध्यक्ष अनिल अंचल महामंत्री अक्षय टडैया शील चन्द्र अनोरा राजेन्द्र थनवारा पंकज पार्षद सहित अन्य भक्तों ने किया। प्रतिष्ठाचार्य प्रदीप भईया द्वारा वोली संपन्न कराई गई। मुनि श्री के पाद प्रक्षालन सराफा परिवार व थूवोनजी कमेटी के उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र रोकड़िया परिवार अशोकनगर ने कर शास्त्र भेंट किए।
पिच्छिका परिवर्तन में पौराणिकता का मिश्रण दिखा-
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुनि श्री सुधासागर जी महाराज ने कहा कि बड़ों की रक्षा में तो सभी रहते हैं राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री सभी बड़े लोगों की सुरक्षा चाक चौबंद होती है लेकिन छोटे छोटे जीवों को कोई नहीं देखता भगवान महावीर स्वामी ने इन छोटे छोटे जीवों की सुरक्षा के लिए भी मुनियों को पिच्छिका दी साधु पिच्छिका को अपने पास रखते हैं, इसके माध्यम से चींटी कीड़े मकोड़ों की भी रक्षा की जाती है, पिच्छिका परिवर्तन वैसे तो कमरें में बैठ कर भी किया जा सकता है,लेकिन इससे जीवों की रक्षा का ज्ञान सभी को हो, इसमें भी अशोकनगर के ये बच्चे हर वर्ष कुछ ना कुछ नया लेकर आते हैं। चार महीने जिस क्षेत्र में चातुर्मास हो रहा है, उसकी विशेषताओं, संस्कृति और उस स्थान से जुड़ी पौराणिक सभ्यता का मंचन करके इस नीरस समारोह को अपनी मेहनत और लगन से सरस बना देते हैं, ये मयूर पिच्छिका अपने आप में कई विशेषताओं को लिए है, ये अंत्यंत कोमल होती है, इसका अंग्रभाग आंख में चला जाए तो आंखों में कुछ नहीं होता ये मृदु होती है, वर्षाकाल में भीगजाने पर भी खराब नहीं होती, धूल रोधी व अहिंसक रूप से प्राप्त होती है, बच्चे कह रहे थे बहुत बड़ा पांडाल है, तो समारोह भी तो बहुत बड़ा है। बच्चों ने बहुत मेहनत की सभी को आशीर्वाद इस समारोह में देशभर से हजारों भक्तों ने पहुंच कर मुनिश्री को श्री फल भेंट किए।
विश्व रिकॉर्ड के साथ रथ में लाइ गई पिच्छिका-
परम पूज्य निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज की पिच्छिका को चातुर्मास में हुई ऐतिहासिक अगवानी व चातुर्मास की विशेषता एवं विश्व रिकॉर्ड की प्रसस्ति के साथ रथ में हजारों श्रद्धालुओं की जय जय कार के बीच लाया गया जहां रथ से थूवोनजी कमेटी के पदाधिकारियों ने प्राप्त कर बहनों से विमोचन कराया वहीं श्रेष्ठी श्रावकों द्वारा भेंट की, वहीं मुनि पुंगव की पुरानी पिच्छिका डॉ अक्षय टडैया को संयम के ब्रत ग्रहण कर लेने का सौभाग्य मिला।
सहस्त्र कूट जिन व चिकित्सालय की विशेषता के साथ आई पिच्छिका-
मुनिश्री पूज्य सागरजी महाराज की पिच्छिका चातुर्मास में हुए कार्यों को समर्पित हो जन्म नगरी की विशेषता को दर्शाते हुए ललितपुर में बन रही विशाल गुफा मन्दिर व सहस्त्र कूट के साथ लेकर आई महोत्सव के महापात्रों से प्राप्त कर विमोचन बह्चारी भाइयों ने किया, मुनिश्री को भेंट किया। मुनिश्री की पुरानी पिच्छिका लेनें का सौभाग्य पूज्य श्री के ग्रहस्थ जीवन के भाई विजय कुमार नारियल वालों को लेने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
सामाजिक सुरक्षा के सन्देश से आई पिच्छिका-
सामाजिक चिंतन को रखने वाले पूज्य ऐलक श्री धैर्य सागरजी महाराज की पिच्छिका को श्रद्धा मर्डर केस से जुड़कर समाज सुधार व अन्य सम सामयिक सन्देश को प्रसारित करने हेतु पिच्छिका लाई गई, जिसको महायज्ञ नायक राजा सोम श्रेयांस आदि ने विमोचन कर वृत संयमी द्वारा भेंट किया गया।
सम्मेद शिखर जी की झांकी के साथ आई पिच्छिका-
परम पूज्य क्षुल्लक श्री गंभीर सागर जी महाराज की पिच्छिका को तीर्थ राज की सुरक्षा को लेकर समाज की चिंताओं को रेखांकित किया गया पिच्छिका को तीर्थ से युवा वर्ग के साथीयों द्वारा लाया गया जिसका विमोचन महोत्सव के प्रतिन्द्रो व यज्ञनायक ने कर संयम लेने वालों ने भेंट किया।
संगीत के साथ नृत्य की दी प्रस्तुति-
लगातार चार घंटों तक चले भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह में अशोक नगर बालिका मंडल द्वारा नृत्यों भव्य संगीतमय प्रस्तुतियां जैन धर्म के विभिन्न भजनों मेरा जीवन तेरे हवाले प्रभु जी पग पग तूही संभाले पर दी गई। वहीं बेटियों ने गरवा नृत्य व पिच्छिकाओं को लेकर विभिन्न प्रस्तुतियां दीं।
संयम के उपकरण को नये अंदाज में लाए हैं-
जैन युवा वर्ग के संरक्षण विजय धुर्रा ने बताया कि संयम के उपकरण को एक नए अंदाज में लाए हैं, ललितपुर जैन समाज के आमंत्रण पर नगर की प्रमुख समाजसेवी संस्था श्री दिगम्बर जैन युवा वर्ग के सौ सदस्यीय दल ने उनतीस जनवरी को नहर किनारे गल्ला मंडी के विशालकाय पंच कल्याणक महोत्सव के विशाल सभा मंडप में संगीत के साथ एक नये अंदाज में संयम के महान उपकरण पिच्छिकाओं का परिवर्तन में अपनी प्रस्तुतियां दीं, युवा वर्ग के अध्यक्ष सुलभ अखाई विनोद मोदी सचिन ऐन एस मोहित मोहरी रितेश वेलई कल्लू भाई मनीष सिंघई अंकित छाया मंटू अंकित सन्तूरा टिक्ल जैन एन एस नीरज तेल शुभम कासल अभिषेक ठेकेदार प्रदीप कठरया जे की अखाई शैलू आलीशान नीरज पठा संचित दीपू चन्द्रेश वासल नितिन बज सौरव जैन विट्टू जैन पीयूष जैन सजीव जैन अंसू अतिशय अंशी महाना अरूण भूरा शरद वजाज सहित अन्य भक्तों ने श्री फल भेंट किए।