आमला। महिला एवं बाल विकास परियोजना विभाग में सहायिका के भर्ती मामले में परियोजना के मास्टरमाइंड बाबू एवं सीडीपीओ का खेल 5वी की मार्कशीट में ग्रेंड एवं प्रतिशत के खेल सामान्य लोगो के समझ से परे है बताया जाता है कि बाबू के इस ग्रेड के खेल को जिला पंचायत सीईओ भी नही समझ सके।
मार्कशीट ग्रैड: ग्राम पंचायत छावल में सहायिका की भर्ती को लेकर ग्राम के छोटेलाल बामने ने आरोप लगाए की मास्टरमाइंड बाबू एवं सीडीपीओ ने बहुत सा गोलमाल किया है शिकायत होने के बाद भी इस पर कोई कार्यवाही नही की गई है।सीडीपीओ को तो जाच के दौरान निलंबित कर दिया था लेकिन मास्टरमाइंड बाबू को अधिकारी बचाने में लगे हुए है। जाच मार्कशीट में तो जो ग्रेड दिया गया है वो नियम के विरुद्ध है शिकायतकर्ता रोशनी बामने ने बताया कि मेरिट सूची में क्रमांक 1 एवं 3 के अंकसूची ग्रेडिंग पद्धति वाली है जिन को समान आधार पर अंक नहीं दिए गए हैं क्रमांक एक ग्रेडिंग दिया गया जबकि क्रमांक तीन को अंक दिए गए क्रमांक को भी ग्रेडिंग की जगह अंक दिए जाना चाहिए अर्थात मेरिट सूची में एकरूपता ना होने से विसंगति पूर्ण है, संदेहास्पद है ।आवेदक विसंगति का पुख्ता प्रमाण प्रस्तुत करेगा) ग्रेड एवं प्रतिशत में असमानता है
सभी आवेदकों की मार्कशीट कक्षा पांचवी की दिखायी जाए। जिसमें ग्रेट एवं प्रतिशत अलग-अलग है,जाति से संबंधित दस्तावेज दिखाया जाए ।समस्त दस्तावेज सार्वजनिक किया जाए।
समस्त वास्तविक दस्तावेज मंगाकर सभी के सामने बताया जाए। कि निराकरण बिना दबाव बिना भेदभाव के किये की मांग की थी ।आवेदक के साथ में निराकरण के समय किसी एक व्यक्ति (परिवार से संबंधित) को आपत्ति निराकरण मे प्रवेश भी दिया जाए। रोशनी ने बताया कि अन्य आंगनवाड़ीयो की भर्ती में भी नियम के विरुद्ध कार्य किया गया है।