मौके पर पहुंची पुलिस ने AIDSO-ABVP कार्यकर्ताओ को कराया शांत,दोनों पक्षों ने आवेदन देकर की पुलिस से की शिकायत
शिवनारायण कुरोलिया/अशोकनगर। AIDSO-ABVP के बीच विवाद तब शुरू हुआ जब नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर स्थानीय नेहरू डिग्री कॉलेज परिसर स्थित प्रतिमा के सामने सोमवार को एआईडीएसओ AIDSO के कार्यकर्ताओं द्वारा श्रद्धांजलि सभा एवं विचार पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा था। कार्यक्रम के दौरान छात्र संगठन के पदाधिकारी संगठन की विचारधारा और अपनी बात रख रहे थे,क्रांतिकारी विचारधारा से ओतप्रोत भाषण, पोस्टर प्रदर्शनी लगी हुई थी। इसी दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ABVP के कार्यकर्ता कार्यक्रम स्थल पहुंचे और दोनों संगठनों के कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी होने लगी मामला तूल पकड़ा और हाथापाई पर पहुंच गया। इसी दौरान विद्यार्थी परिषद द्वारा कालेज के प्राचार्य को बिना अनुमति कॉलेज परिसर में आयोजन किए जाने की मौखिक शिकायत की एवं आपत्ति उठाई। जिस पर प्राचार्य द्वारा एआईडीएसओ के कार्यकर्ताओं को बिना अनुमति कार्यक्रम करने, उसे मना किया।
इस घटनाक्रम के बाद दोनों पक्षों की ओर से देहात थाने में आवेदन देकर शिकायत की गई। वहीं इस घटनाक्रम के बाद एआईडीएसओ के कॉलेज सचिव विश्ववीर भंडारी द्वारा प्रेस नोट जारी कर संगठन की बात रखी गई। जारी प्रेस नोट के अनुसार नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मना रहे एआईडीएसओ AIDSO कार्यकर्ताओं पर ABVP ने हमला कर नेताजी की विचार प्रदर्शनी को पैरों तले रोंदने का आरोप लगाया। छात्रों द्वारा कॉलेज में नेताजी की 126 वीं जयंती के उपलक्ष में पुष्पांजलि विचार प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित किया गया था जब कार्यक्रम चल रहा था उसी समय विद्यार्थी परिषद के बाहरी व गुंडा तत्वों ने मेन गेट बंद कर छात्रों को कार्यक्रम करने से रोका और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के विचारों की प्रदर्शनी और पोस्टरों को फाड़ा व पैरों तले रौंद कर उनका अपमान किया गया।
छात्रों के विरोध करने पर उन पर आक्रामक हमला किया गया। छात्राओं के साथ भी मारपीट की और गालियां भी दी जिला सचिव अनुराग सागर जिला उपाध्यक्ष रामसखी कॉलेज अध्यक्ष पूजा सहित कार्यक्रम में शामिल छात्रों के साथ मारपीट की गई। अनुराग सागर ने कहा कि सत्ताधारी भाजपा सरकार आर एस एस एक तरफ नेता जी के कार्यक्रम कर रही है दूसरी तरफ उनका ही छात्र संगठन एबीवीपी ABVP के द्वारा नेता जी के विचारों पर आधारित पोस्टर प्रदर्शनी को पैरों तले रौंदा गया। यह शर्मनाक है तथाकथित राष्ट्रप्रेम का दावा करने वालों द्वारा इनके विपरीत विचार रखने वालों को क्रश किया जा रहा है, जबकि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था कि छात्र आंदोलन गैर जिम्मेदार युवक-युवतियों का लक्ष्यहीन आंदोलन नहीं है,जो जिम्मेदार कार्य कुशल युवक युवतियां अपने चरित्र, व्यक्तित्व को उभार कर देश के कार्य को संपन्न कराना चाहते हैं यह उनका आंदोलन है। आज सही में इस कथन की उतनी ही प्रासंगिकता है। हम छात्रों से अपील करते हैं जिन गुंडों द्वारा नेताजी के पोस्टर को कुचला गया छात्रों पर हमला किया गया उनके खिलाफ जोरदार छात्र आंदोलन का निर्माण कर पुरजोर विरोध करें। साथ ही जननायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस के अपमान करने वाले और छात्रों पर हमला करने वाले बाहरी व गुंडा तत्वों पर एफआईआर व कड़ी कार्रवाई की हम प्रशासन से मांग करते हैं।
वही इस संबंध में एआईडीएसओ द्वारा कॉलेज के समस्त छात्रों के नाम से देहात थाने में दिए गए आवेदन में विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक अजय प्रताप रघुवंशी, कृष्णा यादव, आशीष रघुवंशी, आदित्य शाक्य, रोहित कौशल मुस्कान रघुवंशी सहित अन्य 30-40 बाहरी तत्वों के नाम लिखे हैं, जिन पर आरोप लगाए गए हैं। वहीं विद्यार्थी परिषद की तरफ से विशाल शाक्य, मोहित भार्गव, रोहित अहिरवार द्वारा थाने में आवेदन देकर सीनियर छात्रों पूजा ओझा, राखी रोशनी, एमएस फुटेरा, अनुराग सागर, कृष्णा बैरागी, अनुराग बैरागी विक्की आदि पर शासन की नीतियों का विरोध करने, उनके साथ रेकिंग का आरोप लगाया है।
इनका कहना-
सुभाष जयंती के दौरान किए जा रहे पुष्पांजलि एवं विचार प्रदर्शनी के कार्यक्रम को बंद करने की बात कहकर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट की गई जिसकी आवेदन के माध्यम से देहात थाने में शिकायत की है।
अनुराग सागर,
जिला सचिव एआईडीएसओ अशोकनगर।
विवाद की सूचना मिलने पर जब मैं कॉलेज पहुंचा तो मैंने देखा कि डीएसओ के कार्यकर्ता सामान्य छात्रों से मारपीट एवं गाली-गलौच कर रहे थे, मेरे समझाने पर विवाद की स्थिति बनी और पुलिस ने आकर मामला शांत किया।
अजय प्रताप रघुवंशी,
जिला संयोजक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अशोकनगर।