देश में पिछले कुछ सालों में कैंसर के मरीजों में तेज़ी से बढ़ोत्तरी हुई है| इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने बताया कि 2025 तक कैंसर के केसों में 12.7 की वृद्धि हो सकती है| कैंसर की सबसे बड़ी वजहों में धूम्रपान, तंबाकू और शराब का सेवन, मोटापा, शरीर में पोषक तत्वों और फिजिकल एक्टिविटी की कमी शामिल है|
देश में अगले तीन सालों में कैंसर के केसों में तेजी से इजाफा होने के आसार हैं| यह दावा इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने किया है| ICMR ने 2025 तक कैंसर के केसों में 12.7 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होने की आशंका जताई है| पिछले कुछ सालों में भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है| कैंसर के मरीजों में हो रहे इजाफे को देखते हुए विशेषज्ञों ने यह दावा किया है|
भारत में बिगड़ते हालात
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के अनुसार, 2020 में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कैंसर के अनुमानित मामले 2020 में 13.92 लाख (लगभग 14 लाख) थे जो 2021 में बढ़कर 14.26 लाख हुए और 2022 में बढ़कर 14.61 लाख पर पहुंच गए थे|
क्या है बीमारी फेलने का प्रमुख कारण |
विशेषज्ञों के अनुसार, देश में हृदय रोग और सांस की बीमारियां ही नहीं बल्कि कैंसर के मामले भी तेज़ी से बढ़ रहे हैं| कैंसर के तेज़ी से फेलने के लिए कई तरह के फैक्टर्स जिम्मेदार हैं |जिसमें बढ़ती उम्र, जीवनशैली में बदलाव, व्यायाम और पौषक तत्वों की कमी शामिल है|अधिकतर लोगों को कैंसर के लक्षणों की पूरी जानकारी नहीं होती जिससे समय पर उन्हें बीमारी का पता नहीं चल पाता और इलाज में भी देरी कर बैठते है| जल्दी इलाज ना मिलने के कारण कैंसर बढ़ता जाता है| इसलिए लोगों के बीच कैंसर को लेकर जागरुकता फैलाना भी बेहद जरूरी है|
कौन सा कैंसर भारत के पुरुषों में सबसे ज्यादा पाया जाता है ?
बीतेकुछ सालों के आंकड़ों के अनुसार, भारत में पुरुषों में सबसे ज्यादा मुंह व फेफड़ों के कैंसर के मामले सामने आए| वहीं दूसरी ओर महिलाओं में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट और गर्भाशय के कैंसर के मामले सामने आये है |
बेंगलुरु स्थित आईसीएमआर नेशनल सेंटर फॉर डिसीज इंफॉर्मेटिक्स एंड रिसर्च (NCDIR) के अनुसार, 2015 से 2022 तक सभी प्रकार के कैंसर के आकड़ों में करीब 24.7 प्रतिशत की बढोत्तरी हुई है| 14 साल की उम्र के बच्चों में लिम्फॉइड ल्युकेमिया यानी ब्लड से जुड़े कैंसर के होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है| कैंसर से बचने के लिए लोगो का जागरूक होना जरूरी है|
कैंसर जैसी भयानक बीमारी से कैसे बचें
कंसल्टेंट मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट और हेमेटोऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. सुहास आग्रे के अनुसार, ”बुढ़ापा, फैमिली हिस्ट्री, जेनेटिक्स, मोटापा, तंबाकू का सेवन, शराब, वायरल संक्रमण जैसे ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी), वातावरण में केमिकल्स, प्रदूषण, सूरज की हानिकारक यूवी किरणों का संपर्क, खराब आहार, शारीरिक गतिविधि की कमी और कुछ हार्मोन और बैक्टीरिया इस भयानक बीमारी के फैलने के कारणों में शामिल हैं| इस बीमारी से बचने के लिए जरूरी है कि कैंसर के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे.”
सुहास आग्रे कहते हैं, ” लोगों को कैंसर से बचाव के लिए तंबाकू और शराब से दूर रहने की जरूरत है| संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए और रोजाना व्यायाम करना चाहिए| हेपेटाइटिस बी, ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) के लिए टीका लगवाना चाहिए | नियमित स्क्रीनिंग और प्रदूषण से भी दूर रहना जरूरी है | अगर किसी की फैमिली हिस्ट्री में यह बीमारी रही है तो उस परिवार के सदस्यों को तुरंत अपनी जांच करवानी चाहिए.”