क्या आटा अब और महंगा हो जायेगा? गेंहूँ की फसल में भारी नुकसान,तापमान 30 डिग्री

किसानो के लिए भारी साबित हुआ फरवरी का महीना

फरवरी में तापमान 30 डिग्री के पार होने से गेहू की फसल में भरी नुक्सान हो सकता है | बढ़ते तापमान को देखते हुए ऐसी आशंका जताई गई है कि इस बार गेहूं के दानो का वजन बेहद हल्का और कमजोर हो सकता है | कृषि विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने कहा 20 डिग्री तापमान में गेहूं की फसल ज्यादा अच्छी होती है, लेकिन फरवरी माह में ही प्रदेश के कई जिलों का तापमान 30 डिग्री के ऊपर जा चूका है | ऐसे में फसल खराब होने का खतरा काफी बढ़ चूका है |

कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार ने आशंका जताई कि अगर मार्च में होली के बाद भी तापमान फरवरी की ही तरह बढ़ता रहा तो गेहूं के दाने कमजोर और बेहद हल्के हो जायेंगे | हर बार की तरह अच्छी गुणवत्ता के मोटे दाने इस बार हो पाना बेहद मुश्किल है | अपर मुख्य सचिव ने एक मॉनिटरिंग टीम गठित करी है, जो पल-पल होने वाले बदलाव पर नजर रखेगी और इसकी एक पूरी रिपोर्ट बनाकर तैयार की जाएगी |

किसानो को फसल ख़राब होने का डर सता रहा
प्रदेश में कई हेक्टेयर में गेहूं की फसल लगी हुई है और इस बार करीब 3.90 करोड़ टन गेहूं पैदा होने की संभावना है | लेकिन, फरवरी ने पिछले 12 से 13 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है | जिसका नुकसान गेहूं की फसल पर हुआ है | यही चिंता किसानों को सता रही है कि अगर फसल कमजोर हुई तो गेहूं की गुणवत्ता बहुत अच्छी नहीं होगी | गेहू की फसल ख़राब हुई तो आटा भाव में तेज़ी आ सकती है |

चिलचिलाती धूप से गेहूं को नुकसान
अपर मुख्य सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि ज्यादा तापमान में गेहूं का दाना मोटा नहीं हो पाता है | गेहूं के दाने 20 डिग्री सेल्सियस तापमान में बढ़िया विकसित हो पाते है | लेकिन, फरवरी में ही इस साल 30 से 31 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुच चूका है | जिस वजह से गेहूं के दानों का वजन हल्का होने की संभावना दिख रही है | लेकिन अब होली के बाद का इंतजार है | अगर होली के बाद भी तापमान ऐसे ही बढ़ता रहा तो गेहू की फसल पर संकट आ जायेगा |

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