आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर तथा वेटनरी कॉलेज जबलपुर के प्लेटीनम जुबली कार्यक्रम के तारतम्य में नानाजी देशमुख पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर के अन्तर्गत संचालित कुक्कुट विभाग पशुचिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय जबलपुर तथा विश्व पशुचिकित्सा कुक्कुट संघ (भारत) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ दिनांक 24 फरवरी 2023 को होटल पसरीचा जबलपुर में सम्पन्न हुआ। इस दो दिवसीय सम्मेलन”कुक्कुट रोग एवं प्रबंधन में नवीन प्रगति एक वैश्विक संदर्भ विषय पर है।
कार्यक्रम के प्रथम चरण में , सम्मेलन का शुभारंभ कुलपति डॉक्टर सीता प्रसाद तिवारी जी की अध्यक्षता में,मुख्य अतिथि डॉ.ओ.पी.चौधरी संयुक्त सचिव पशुपालन एवं डेयरी विभाग, भारत सरकार विशिष्ट अतिथि डॉ. ए.एस. यादव, संचालक, चौधरी चरणसिंह राष्टीय पशुस्वास्थ्य संस्थान,डॉक्टर आरके जयसवाल आईबी ग्रुप, डॉक्टर ए सान्याल, डॉ जितेंद्र वर्मा, डॉक्टर आर एन चटर्जी, प्रबंधन मंडल के सदस्य डॉक्टर महेंद्र सिंह, डॉक्टर सुधीर यादव, डॉ आर के शर्मा, डॉ शिरीष निगम, डॉ एस रानाडे , द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुआ जिसके उपरांत विश्वविद्यालय गीत का वाचन हुआ। मंचासीन अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ, उत्तरीय तथा स्मृति चिन्ह देकर किया गया।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति डॉक्टर सीता प्रसाद तिवारी जी ने इस सम्मेलन को उपयोगी बताते हुए कहा कि आज के समय को देखते हुए बैकयार्ड पोल्ट्री को बढ़ावा देने की बहुत आवश्यकता है जिससे कि लाइवलीहुड सिक्योरिटी तथा स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा सके साथ ही कुपोषण की समस्या का निदान हो सके। मुख्य अतिथि डॉक्टर ओपी चौधरी ने अपने उद्बोधन भाषण में कहा कि आज जरूरी है की सस्टेनेबल पोल्ट्री आज की मांग है तथा इस दिशा में काम करने की जरूरत है।
डॉक्टर आरके जयसवाल अध्यक्ष इंडियन बॉयलर ग्रुप ने अपने उद्बोधन भाषण में कहा कि समय के साथ परिवर्तन लाना आज की आवश्यकता है तथा जरूरी है की फीड कन्वर्शन -सतत फीड कन्वर्शन रेशों पर काम किया जा सके। सर एस यादव ने कुक्कुट क्षेत्र से जुड़े हुए मुद्दों पर बात की जिसमें उन्होंने इनमें होने वाली बीमारियों के लिए चिंता जताई तथा सम्मेलन में उन बीमारियों की रोकथाम पर मंथन हेतु कहा।डॉ जितेंद्र वर्मा अध्यक्ष वर्ल्ड वेटरनरी पोल्ट्री एसोसिएशन ने इस सम्मेलन के उद्देश्य को बताया ।डॉ शिरीष निगम सेक्रेटरी डब्लू वी पी ने संघ का संक्षिप्त प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
आयोजन सचिव डॉ आर के शर्मा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।अतिथियों द्वारा दो दिवसीय सम्मेलन के सोविनियर पुस्तिका तथा लीड पेपर पुस्तिका का विमोचन किया गया ।तत्पश्चात कुकुट क्षेत्र में उत्तम कार्य हेतु डॉ अली असगर, डॉक्टर मनीष जैन तथा सुश्री मेघल सिंह को सम्मानित किया गया।इस समेलन मे देश विदेश के 300 से ज्यादा कुक्कुट वैज्ञानिक ,उद्यमी शोध छात्र एवं मुर्गीपालक शामिल हुए।दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में देश विदेशों से जैसे की स्पेन, यूरोप, अमेरिका, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका एवं भारत से 150 से ज्यादा विशेषज्ञ चिकित्सक उद्यमी एवं छात्र छात्राओं ने अपने रजिस्ट्रेशन कराए ।
कार्यक्रम में मंचासीन अतिथियों ने पोल्ट्री श्रेत्र से जुड़े हुए लोगों का सम्मानित किया जिनमें रमेश खत्री श्री रिकी थापर, श्री रामपाल, श्री सुशांत राय , डॉ जी डी देवगौड़ा, डॉ श्याम वाणी , डॉ एचके डेका, श्री सोनू कुमार श्री गगन गर्ग, श्री विनोद गोपाल, डॉ पीके शुक्ला, डॉ पीजी फाल्के , डॉ एम के अग्निहोत्री, डॉ नीरज श्रीवास्तव, डॉ डीके अरोरा, डॉ, आकाश महेश्वरी , डॉ नरेश गुप्ता आदि।
विश्व पशुचिकित्सा कुक्कुट संघ भारत के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सम्मेलन के द्वितीय चरण में 14 लीड पेपर पढे जायेगें साथ ही 4 तकनीकी सत्र में से पहले सत्र में कोरिया से आए डॉक्टर मैक्स , चेकोस्लोवाकिया से पधारे वैज्ञानिक, बंगलौर से पधारे वैज्ञानिक तथा स्पेन से पधारे वैज्ञानिकों ने अपने द्वारा को कुकुट क्षेत्र में किए गए शोध पत्र पढ़े। कार्यक्रम के तृतीय सत्र में रंगारंग कार्यक्रम संपन्न हुए। कार्यक्रम में पंकज शुक्ला अधिष्ठाता मथुरा वेटरनरी कॉलेज, एमके अग्निहोत्री की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
दो दिवसीय सम्मेलन के प्रथम दिवस विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉक्टर जोशी, डॉ एसएस तोमर, अधिष्ठाता मऊ वेटरनरी कॉलेज डॉक्टर शुक्ला, डॉ जीपी लखानी, डी एसडब्लू आदित्य मिश्रा,डॉक्टर जी दास, शोभा जावरे, डॉक्टर ए पी सिंह, डॉ कारमोरे, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी डॉ सोना दुबे, पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के समस्त विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापगण, उपस्थित रहे।कार्यक्रम को सफल बनाने में सम्मेलन सहसंयोजक सचिव डॉ गिरिराज गोयल, समस्त समितियों के अध्यक्ष एवं सदस्य गणों की अहम भूमिका रही।
मंच संचालन डॉ अमिता तिवारी द्वारा किया गया तथा आभार व्यक्त डॉक्टर गिरिराज गोयल द्वारा प्रस्तुत किया गया।