मेहमान खिलाड़ियों को भाया जबलपुर | जबलपुर के लोगो और व्यवस्थाओं की जमकर की तारीफ

खिलाड़ी बोले कही और नहीं हुआ जबलपुर जैसा स्वागत

संजय गुप्ता/जबलपुर – खेलो इंडिया यूथ गेम्स में देश के कोने-कोने से आये खिलाड़ियों ने जबलपुर की मेहमानवाजी के साथ शहर की खूबसूरती की भी तारीफ की है। इन खिलाड़ियों ने कहा कि जबलपुर खूबसूरत शहर है और इस शहर के लोग भी काफी अच्छे हैं। बाहर से सभी खिलाड़ी और उनके प्रशिक्षक भी संस्कारधानी में हुई आव-भगत से अभिभूत हैं।
खेलो यूथ गेम्स में दिल्ली की बालक टीम का प्रतिनिधित्व कर रहे मदन जबलपुर आकर बेहद खुश हैं। आईपीएल की तर्ज पर शुरू हुई अल्टीमेट खो-खो लीग में चेन्नई क्विक गन्स का प्रतिनिधित्व कर चुके मदन बताते हैं कि खेल के क्षेत्र में देश तेजी से तरक्की कर रहा है और खिलाड़ियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं अब मिल रही है। उन्होंने बताया कि खो-खो जैसे देशी खेलों में प्रोफेशनलिज्म का आना ये संकेत है कि स्कूल स्तर से बच्चे अब खेलों को भी कैरियर के रुप में चुन सकते हैं।


महाराष्ट्र की खो-खो टीम के सदस्य आदित्य कुदले भी जबलपुर की अतिथि देवो भवः की परंपरा के कायल हो गये हैं। अल्टीमेट खो-खो लीग में उड़ीसा की टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके आदित्य ने जबलपुर में मिली खेल सुविधाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बताया। उन्होंने बताया कि जबलपुर के लोगों का खेलो के प्रति प्रेम उन्हें अभिभूत कर गया। मात्र 18 वर्ष के आदित्य खो-खो में चार नेशनल खेल चुके हैं। उन्हें अगस्त माह में पुणे में सम्पन्न हुई अल्टीमेट खो-खो लीग में उड़ीसा सरकार ने उडीसा की टीम में तीन लाख रुपये के बेस प्राइस पर अनुबंधित किया था। अल्टीमेट खो-खो लीग में उड़ीसा सरकार की टीम के अलावा पांच अन्य टीमें बड़े औद्योगिक घरानों की शामिल हुई थीं।


अहमद नगर महाराष्ट्र के आदित्य वर्तमान में बीए फर्स्ट ईयर के छात्र हैं। उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स को खेलो को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का बेहतर माध्यम बताते हुये कहा कि खिलाड़ियों को मिल रही सुविधाओं को देखकर दूसरे बच्चे अब खेलो को अपनाने के लिये प्रेरित होंगे। आदित्य ने सबसे तेज चुस्ती, फुर्ती और दमखम वाले इस खेल में हुये बदलावों को अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिये जरूरी बताया।


रानीताल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स सुबह के सत्र में अपना मैच खेलने पहुँची आंध्रप्रदेश की बालक वर्ग की खो-खो टीम के सदस्यों ने भी जबलपुर में रेलवे स्टेशन से लेकर होटल और खेल मैदान में हुये स्वागत को अभूतपूर्व बताया। टीम के सदस्य करनूल के महबूब ने कहा कि इस तरह का स्वागत इसके पहले उनका कहीं नही हुआ। उन्होंने जबलपुर में रुकने, परिवहन और भोजन की व्यवस्थाओं की भी जमकर तारीफ की। आंध्रप्रदेश की टीम में शामिल सभी खिलाड़ियों ने कहा कि भेड़ाघाट के धुआंधार जलप्रपात सहित जबलपुर के आसपास के पर्यटन स्थलों के बारे में उन्हें जानकारी है। टूर्नामेंट के बाद जबलपुर के नैसर्गिक सौंदर्य और पर्यटन स्थलों को देखना पसंद करेंगे।


अल्टीमेट खो-खो लीग में मुंबई खिलाड़ी की टीम का प्रतिनिधत्व कर चुके जबलपुर के खो-खो खिलाड़ी शुभम काछी ने कहा कि दूसरे राज्यों से यहाँ आये उनके परिचित सभी खिलाडी और कोच जबलपुर में हुये स्वागत-सत्कार से अभिभूत हैं। यहां उन्हें ढ़ी गई सुविधाओं, भोजन व्यवस्था, परिवहन और होटल में रुकने के इंतजामों की तारीफ कर रहे हैं। शुभम काछी जो खेलो इंडिया यूथ गेम्स में वालिंटियर की भूमिका का निर्वाह कर रहे हैं। खो- खो के प्रति उनमें कम उम्र से ही जुनून था। वे नेशनल गेम्स में मध्यप्रदेश का विभिन्न आयु समूह में कई बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने जबलपुर में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स को अपने जीवन का अब तक का सबसे टूर्नामेंट बताया।