कैसे लॉरेंस बिश्नोई बना जिगरी दोस्त का जानी दुश्मन| जानिए दोनों के बीच गैंगवार की कहानी-

सिद्धू मूसेवाला को गोली मारने वालो में शामिल आरोपियों के बीच हुई लड़ाई, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली जिम्मेदारी, दोस्ती बदली दुशमनी में

पिछले साल 29 मई को पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, सिद्धू मूसेवाला को गोली मारने वालो में शामिल आरोपियों के बिच खुनी हाथा-पाई हुई है.यह हाथा-पाई रविवार शाम को मनोमाहन सिंह, और मनदीप तूफान, गैंगस्टर केशव और 2 आरोपियों के बीच हुई है, जिसमे मनदीप तूफ़ान और मनमोहन सिंह की मौत हो गई है, वही गैंगस्टर केशव की हालत गंभीर बताई जा रही है. अब कहा जा रहा है की पंजाब में नया गैंगवॉर शुरू होने जा रहा है, क्योंकि जिन दो गैंगस्टर की मौत हुई है उसकी जिम्मेदारी गोल्डी बराड ने ली है. और जिस गैंग के दो आदमियों की मौत हुई है वह जगदीप सिंह उर्फ़ जग्गू भगवानपुरिया के गैंग के आदमी थे.

बताया जाता है की पंजाब के गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई के बीच पहले अच्छे संबंध थे. और गोल्डी बराड़ लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ही है और इन्ही कारणों की वजह से अब पंजाब में गैंगवॉर के नए दौर के आने की आशंका जताई जा रही है. जग्गू भगवानपुरिया गैंग के दो आदमियों की मौत की जिम्मेदारी लॉरेंस ग्रुप लेता है यह बात गोल्डी बराड़े ने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट कर बताई है . बताया जाता है की लॉरेंस बिश्नोई जेल में बंद है और गोल्डी बराड़े अभी कनाडा में है

आरोपियों के बीच केसे हुई लड़ाई –

बताया जाता है की रविवार के दिन दोपहर तीन बजे के करीब आरोपियों के बीच हाथा-पाई हो गई , जिसकी वजह से दो की मौत हो गई और तीसरे को गंभीर चोट आई है. सूत्रों के हवाले से पता चला है की आरोपियों के बीच किसी बात को लेकर झगडा हुआ था और वह झगडा इतना बड गया की आरोपियों ने एक दुसरे पर बर्तनों और लोहे की छड़ो से हमला कर दिया.

पुलिस का कहना है की मनदीप सिंह और मनप्रीत सिंह उर्फ़ मणि रैया दोनों ही जग्गू भगवानपुरिया गैंग के आदमी और मेन शूटर भी थे और दोनों को एक साथ अमृतसर से गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने ये भी बताया की पहले सिंगर सिद्धू मूसेवाला को मारने की जिम्मेदारी इन दोनों को दी ही गई थी लेकिन हाई सिक्यूरिटी के चलते दोनों इस वारदात को अंजाम देने में असफल रहे. वही मनप्रीत सिंह ने सिद्धू मूसेवाला की रेकी करने के जुर्म में पिछले साल जनवरी-फ़रवरी में गिरफ्तार किया था और वही गैंगस्टर केशव पर आरोप है की उसने सिद्धू मुस्सेवाला के आरोपियों को भागने में मदद की थी.

लॉरेंस गैंग ने ली जिम्मेदारी

गोल्डी बराड़े ने इन हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए फेसबुक अकाउंट पर लिखा है की आज जेल में जो भी हुआ उसकी जिम्मेदारी लॉरेंस ग्रुप लेता है और हमारे भाई अंकित सिरसा, आशीष और मामा केटा ने इनको मारा है उसने आगे लिखा- जग्गू के कहने पर हमारे भाई मनप्रीत को दो दिन पहले बैरक में मारा था. जग्गू ने हमारे साथ दोगलापन किया है. उसने हमारी जासूसी कर पुलिस को जानकारी दी थी.इसने आगे कहा, हमारे साथी जगरूप रूपा और मनु की मुखबिरी देकर उनका एनकाउंटर करवाया. जग्गू ने हमारा बहुत नुकसान किया है. जग्गू के गुर्गे जहां नशा बेचते है उनकी खैर नहीं. वो अब बचकर रहें. वो हमारे टारगेट पर हैं. हम न नशा बेचते हैं, न करते हैं और न बेचने देंगे.

दोस्ती बदली दुशमनी में –

जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई पहले दोस्त हुआ करते थे , जग्गू भगवानपुरिया पंजाब का जाना मन व्यक्ति और गैंगस्टर है, कब्बडी लवर्स और कई खिलाडियों के लिए वह यूथ आई कोन भी है, जग्गू भगवानपुरिया को पंजाब का सुपारी किंग भी कहा जाता है और वह पंजाब के मंझा जिले में काफी सक्रिय भी रहता है.

अगर बात करे लौरांस बिश्नोई की तो वह पंजाब का फेमस अपराधी है और पंजाब यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट यूनियन लीडर भी रह चूका है, लौरांस बिश्नोई की हरकतों की वजह से उसका जेल से आना जाना लगा रहता है. लौरांस के खिलाफ हत्या, रंगदारी, लूटपाट और आर्म्स एक्ट समेत कई धाराओं में राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में 25 से ज्यादा केस दर्ज हैं

गोल्डी बराड़ भी लौरांस बिश्नोई गैंग का ही मेम्बर है 28 साल के गोल्डी बराड़ पर दर्जनों से आपराधिक केस दर्ज है व गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई तो साथ हैं, लेकिन जग्गू भगवानपुरिया अलग है. अब लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ड्रग्स की तस्करी को लेकर भी जग्गू को धमकाया है,और साथ ही उसके गैंग के दो मेम्बर्स की हत्या की जिम्मेदारी भी उसी ने ली है.