Skip to content
स्वतंत्र समय – Hindi News Paper from Madhya Pradesh
  • देश
  • मनोरंजन
  • ePaper
  • मध्यप्रदेश
  • जबलपुर
  • राजनीति
  • बिजनेस
  • टेक न्यूज
  • Featured
  • अशोकनगर
  • हरदा
मारपीट

क्रू मेंबर के साथ की मारपीट, कपडे उतार घूमी विमान में |

यादव

अभिषेक यादव सलमाई बने समाजवादी छात्र सभा के जिला अध्यक्ष

खेलो इंडिया यूथ गेम्‍स

खेलो इंडिया यूथ गेम्‍स :- स्‍कूली बच्‍चों ने बढाया खिलाड़ियों का उत्‍साह

18205 दुर्ग-नवतनवा-दुर्ग एवं दुर्ग-अजमेर-दुर्ग express एलएचबी रैक में परिवर्तित

अवैध पार्किंग

शहर के बीच हो रही है अवैध पार्किंग हो सकती है बड़ी दुर्घटना

पिच्छिका परिवर्तन ललितपुर

बड़ों की तो सभी परवाह करते हैं, छोटों की रक्षा करती है पिच्छिका: सुधासागर | पिच्छिका परिवर्तन में चमके शहर के युवा सितारे

Bollywood news pathan

Bollywood news – pathan ने दुनिया भर में 600 करोड़ रुपये का कारोबार किया, शहजादा की रिलीज डेट बढ़ी आगे #pathan

गौरव दिवस

नगर पालिका सीएमओ सहित अध्यक्ष-पार्षद ने लगाए ठुमके | गौरव दिवस पर आयोजित किया गया था भजन संध्या कार्यक्रम

नरसिंहपुर. मध्यप्रदेश दीनदयाल अंत्योदय योजना राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत संचालित स्वसहायता समूह की महिलायें समूह से जुड़कर न केवल सामाजिक रूप से सशक्त हुई हैं, बल्कि आर्थिक रूप से भी उनकी स्थिति में सुधार हुआ है। महिलायें अब छोटी- छोटी बचत कर और शासन की मदद से अपने परिवार को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में अपना योगदान दे रही हैं। कुछ ऐसी ही कहानी जिले के चीचली विकासखंड के ग्राम ऊकरी के विभिन्न स्वसहायता समूहों की महिला सदस्यों की है। आजीविका मिशन द्वारा ग्रामीण महिलाओं के 11 समूहों को दूध से खोवा बनाने की गतिविधि में संगठित किया गया है। इसमें गायत्री, जय बजरंग, नर्मदा, सितारा, कार्तिक, विद्या, आरूषि, आस्था एवं मधु स्वसहायता समूह शामिल हैं। इन्हें खोवा निर्माण की गतिविधि को बढ़ावा देने पशु पालन के लिए शासन से चक्रीय ऋण, आजीविका ऋण एवं बैंक ऋण प्रदान किया गया। समूहों को गाय, भैंस एवं बकरी खरीदने के लिए रिवाल्विंग फंड से एक लाख 15 हजार रुपये, सीआईएफ से 5 लाख 60 हजार रुपये और बैंक लिंकेज से 14 लाख रुपये दिये गये हैं। महिलाओं ने बताया कि पशु पालन से प्राप्त दूध से वे खोवा निर्माण करते हैं, उनके द्वारा प्रतिदिन लगभग 80 किग्रा खोवा बनाया जाता है। एक किग्रा खोवा की कीमत करीब 250 रुपये है, जिसे वे गांव में ही बेच देते हैं। इससे समूहों को प्रतिमाह 20 हजार रुपये की आमदनी होती है। इससे 11 समूहों में शामिल महिलाओं के 121 परिवार लाभांवित हो रहे हैं। इसके अलावा समूहों द्वारा गणवेश सिलाई, मध्यान्ह भोजन, नलजल योजना में टैक्स वसूली आदि का कार्य भी किया जा रहा है। कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना ने चीचली भ्रमण के दौरान स्वसहायता समूहों के कार्यों को देखा और समूह की महिलाओं से चर्चा की। उन्होंने महिलाओं का उत्साहवर्धन किया। महिलाओं ने बताया कि ब्लॉक मैनेजर एनआरएलएम श्री नीतेश बसेड़िया द्वारा उन्हें स्वसहायता समूह बनाने के लिए प्रेरित किया गया था,‍ जिससे वे स्वयं को सशक्त कर सकी। स्वसहायता समूह के सफल संचालन के बाद समूह की महिलाओं के जीवन में बहुत बदलाव आ गया है। अब वे सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त हुई हैं। इसके लिए स्वसहायता समूह की महिलायें मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, मध्यप्रदेश सरकार व ग्रामीण आजीविका मिशन को धन्यवाद देती है

खुशियों की दास्तां” स्वसहायता समूह से जुड़ने के बाद जीवन में आया बदलाव

निर्झरणी महोत्सव

बरमानकलां घाट पर हुआ निर्झरणी महोत्सव का आयोजन

Older posts
Newer posts
← Previous Page1 … Page1,928 Page1,929 Page1,930 … Page1,953 Next →
© 2025 Swatantra Samay • Powered by Parshva Web Solutions

Privacy Policy

Terms

Contact

Next Page »