मंदिर परिसर में हो रहे महोत्सव की तैयारियों की वजह से रुद्राक्ष वितरण का कार्य बंद कर दिया गया था. पंडित प्रदीप मिश्रा का कहना है की अभिमंत्रित रुद्राक्ष का वितरण आने वाली 16 फरवरी से 22 फरवरी तक होगा.
सिहोर- कुब्रेश्वर महादेव मंदिर जिसका निर्माण पंडित प्रदीप मिश्रा जी के द्वारा किया जा रहा है. लाखो श्रदालु वहां कुब्रेश्वर महादेव के दर्शन के साथ-साथ अभिमंत्रित रुद्राक्ष पाने के लिए आते है. बीते दिनों मंदिर परिसर में हो रहे महोत्सव की तैयारियों की वजह से रुद्राक्ष वितरण का कार्य बंद कर दिया गया था.
सीहोर जिले में चितावलिया हेमा स्थित निर्माण हो रहे है मुरली मनोहर एवं कुबेरेश्वर महादेव मंदिर में बीते वर्ष भव्य रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान रुद्राक्षों को विशेष मंत्रों से अभिमंत्रित किया गया था। यह अभिमंत्रित रुद्राक्ष लाखो श्रदालुओ को बाटे जाते है परन्तु मंदिर परिसर में होने वाले महोत्सव की तैयारियों का कार्य चल रहा था ।
जिसके चलते रुद्राक्ष वितरण का कार्य बंद कर दिया गया था । इस संबंध में भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा और विठलेश सेवा समिति ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की थी कि 16 फरवरी को होने वाले भव्य रुद्राक्ष महोत्सव के दौरान ही 24 घंटे अभिमंत्रित रुद्राक्षों का वितरण किया जाएगा।
पंडित प्रदीप मिश्रा का कहना है की रुद्राक्ष का वितरण आने वाली 16 फरवरी से 22 फरवरी तक होगा. होने वाले रुद्राक्ष वितरण के इस भव्य आयोजन को लेकर बीते दिनों समिति ने बैठकों भी की थी, बीते दिनों कलेक्टर सहित अन्य आला अधिकारियों ने भी मंदिर परिसर का निरीक्षण किया गया था, इसके अलावा पूर्व में एक बैठक के दौरान सभी समाजनों से सुझाव लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि रुद्राक्ष महोत्सव महाकुंभ की तरह मनाया जाएगा।
इस महोत्सव में हर रोज लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश और विदेश से शामिल होंगे। यह दूसरा अवसर है, जब किसी स्थान पर विशेष रुद्राक्ष शिवलिंग बनाकर इस तरह का आयोजन किया जाएगा। रुद्राक्ष प्रतिमा का प्रतिदिन दूध, जल व फलों के रसों से अभिषेक किया जाएगा और शिवलिंग में प्रयुक्त सभी रुद्राक्ष क्रम अनुसार 16 फ़रवरी को श्रद्धालुओं को बांटे जाएंगे।
विठलेश सेवा समिति के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित का कहना है कि आने वाली 16 फरवरी को होने वाले महोत्सव को लेकर सभी समाज के लोगों ने संकल्प के साथ अपने-अपने मांगलिक भवन, धर्मशाला आदि में श्रद्धालुओं के ठहरने आदि की व्यवस्था की स्वीकृति दी है। इसके अलावा सभी ने एक मत होकर में पूरा सहयोग महोत्सव के लिए दिया है। इसके अलावा समिति द्वारा 35 बीघा से अधिक जमीन पर भव्य भोजन प्रसादी के निर्माण और खाने की व्यवस्था भी की है। इसके अलावा 20 बीघा जमीन पर 24 घंटे सातों दिन दो-दो समाज और क्षेत्र के ग्रामीणों के द्वारा रुद्राक्ष वितरण का इंतजाम किया गया है।
जाने क्या है कुब्रेश्वर धाम-
कुबेरेश्वर मंदिर या धाम भगवान शिव की धरा है, यहाँ पर भगवान शंकर साक्षात रूप से विराजते हैं, सीहोर में स्थित भगवन शिव सभी भक्तो की मनोकामनाएं पूरी करते हे जो पूरी श्रद्धा और विश्वास से आता है, आप की जो भी मनोकामनाएं हो जो पूरी नहीं हो रही हो एक बार कुबेरेश्वर महादेव के पवन धरा पर आकर बाबा भोलेनाथ से प्राथना करे आपकी इच्छा जरूर पूरी होगी। आपको ये भी बता दे की अभी तक यहाँ पर भगवान की शिवलिंग या मूर्ति की स्थापना नहीं हुई है. केवल आपकी आस्था और विश्वास रखने मात्र से सारे काम पुरे होते है।
जानिए कोन है पंडित प्रदीप मिश्रा-
पंडित प्रदीप मिश्रा जी :- श्री पंडित प्रदीप मिश्रा जी कुबेरेश्वर धाम सभी की चर्चा में है, महाराज प्रदीप मिश्रा जी जो बहुत प्रसिद्ध कथा वाचक हे और पूर्ण रूप से भगवान शिव के भक्त है जो भारत में ही नहीं पुरे देश प्रदेश में प्रसिद्ध हे शिव महापुराण के लिए। इनकी जन्म भूमि और कर्म सीहोर ही है, प्रदीप मिश्रा जी की कुबेरेश्वर धाम में समिति का नाम श्री विट्ठलेश सेवा समिति हैं जो पुरे विश्व में प्रसिद्ध है और सभी जानते है।