I Phone की चाहत कुछ ऐसी थी की एक युवक की जान लेली, जानिए क्या हुआ |

I Phone को पाने की चाहत में एक 20 साल के लड़के ने एक डिलीवरी बॉय की हत्या कर दी,हत्या के बाद लाश को तिन दिन तक घर में छुपा के रखा फिर जला दिया.

I Phone की चाहत कुछ ऐसी थी की इस चाहत ने एक युवक को हत्यारा बना दिया. यह खबर जान कर आप लोग भी हेरान हो जायेगे. यह पूरी घटना कर्नाटक के हासन की है जहाँ I Phone पाने के चक्कर में एक युवक ने डिलीवरी बॉय की हत्या कर दी. 20 साल के हेमंत दत्त ने हाल ही में एक ई-कॉमर्स पोर्टल पर सेकेंड हैंड I Phone के लिए ऑर्डर दिया था।

यह वारदात शनिवार की है। एक युवक ने एक ई-कॉमर्स डिलीवरी बॉय को इसलिए चाकू मारकर हत्या कर दी. क्योंकि उसके पास सेकेंड हैंड I Phone के भुगतान करने के लिए पैसे नहीं थे. जिसे उसने ऑनलाइन ऑर्डर किया था। घटना 7 फरवरी को हसन के अरसी केरे शहर में हुई और सबसे हैरान करने वाली बात यह थी कि मृतक और आरोपी दोनों का पहला नाम हेमंत था।

I Phone डिलीवर करने गया था मृतक  

पुलिस का कहना है की , 20 साल के हेमंत दत्त ने हाल ही में एक ई-कॉमर्स पोर्टल से सेकेंड हैंड I Phone का ऑर्डर दिया था। ऑर्डर मिलने के बाद कंपनी ने अपने डिलीवरी बॉय हेमंत नाइक को डिलीवरी के लिए आरोपी के घर भेजा। जब मृतक हेमंत नाइक आरोपी के घर पहुंचा तो आरोपी ने पैसे लाने की बात कहकर उसे अंदर इंतजार करने के लिए कहा। लेकिन कुछ ही देर में आरोपी चाकू लेकर लौटा और उसने डिलीवरी बॉय पर इतने वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई।

रेलवे स्टेशन पर मिली जली हुई लाश

दरअसल, अर्सिकेरे शहर के अंककोप्पल रेलवे स्टेशन के पास 11 फरवरी को कर्नाटक पुलिस को एक जली हुई लाश मिली थी। इस तरह रेलवे स्टेशन के पास जली हुई लाश मिलने से हड़कंप मच गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने तत्काल मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन कर जाँच पड़ताल के निर्देश दिए । जांच पड़ताल करने पर जो खुलासा हुआ, उससे पुलिस भी हैरान हो गई।

तिन दिन तक घर में रखी लाश

डिलीवरी बॉय की हत्या के बाद आरोपी घबरा गया और उसे कुछ समझ में नहीं आया। फिर आनन-फानन में लाश को घर में ही छिपा दिया। तीन दिन तक लाश को ठिकाने लगाने के लिए सोचने लगा। लेकिन जब आरोपी को कोई रास्ता नहीं मिला तो लाश को बोरे में भरकर, स्कूटी पर लादकर सुबह-सुबह करीब 4.50 बजे उसे ठिकाने लगाने के लिए निकल पड़ा। घर से बोरी में लाश लेकर सबसे पहले लाश को नष्ट करने के लिए उसने नजदीकी पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीदा फिर आरोपी दत्ता रेलवे स्टेशन की झाड़ियों के पास पहुंच गया और फिर लाश से भरी हुई बोरी को स्कूटी से उतार कर लाश को आग के हवाले सौप दिया।

जहा लाश को जलाया गया था.